पीपीगंज/गोरखपुर। नगर पंचायत पीपीगंज की जनता जहाँ भीषण गर्मी के मौसम में पेयजल के लिए परेशान रहती है, वहीं अब “थोड़ा गर्म, थोड़ा सर्द” मौसम में वही लोग उस आरओ प्लांट को भूल चुके हैं, जो कभी नगर की प्यास बुझाने के उद्देश्य से लाखों रुपये की लागत से लगाया गया था। नगर पंचायत द्वारा वार्ड नंबर 19, पीपीगंज मेन मार्केट में यह आरओ प्लांट शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्थापित किया गया था। आरंभ में यह प्लांट पूरी तरह सुचारू रूप से चला और नगरवासियों को काफी राहत मिली थी। समय बीतने के साथ ही आरओ प्लांट की देखरेख में लापरवाही शुरू हो गई। आज इसकी स्थिति यह है कि यह अव्यवस्था और अतिक्रमण की चपेट में आ गया है। हालांकि यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि पास के भवन मालिकों या दुकानदारों ने इस पर कोई कब्जा नहीं किया है। वास्तविक समस्या अवैध रूप से सड़क पर किए गए अतिक्रमण की है, जिसने आरओ प्लांट के आसपास की जगह को घेर लिया है। इससे न केवल प्लांट तक पहुँच बाधित हुई है बल्कि इसका नियमित उपयोग भी लगभग बंद हो गया है। नगर पंचायत द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार कार्रवाई की गई, लेकिन अवैध कब्जाधारक मानने को तैयार नहीं हैं। इसी वजह से लाखों रुपये की लागत से बना यह जनहितकारी प्रोजेक्ट उपेक्षा का शिकार होता जा रहा है। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि यदि नगर पंचायत आरओ प्लांट के आसपास से अवैध अतिक्रमण हटवाकर इसकी देखभाल का जिम्मा किसी स्थायी संस्था या समूह को सौंप दे, तो यह योजना फिर से आमजन के काम आ सकती है। जरूरत है कि प्रशासन सक्रिय भूमिका निभाए ताकि यह आरओ प्लांट एक बार फिर अपने उद्देश्य नगर की जनता को स्वच्छ और ठंडा पेयजल उपलब्ध कराना में सफल हो सके।

