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63वें वालोंग डे पर ‘वालोंग डे हॉफ मैराथन’ का आयोजन, 1962 के ऐतिहासिक युद्ध की वीरता को श्रद्धांजलि

अरुणाचल प्रदेश के वालोंग में बुधवार को 63वें वालोंग दिवस के अवसर पर भारतीय सेना द्वारा “वालोंग हाफ मैराथन 2025” का भव्य आयोजन किया गया। 1962 के भारत-चीन युद्ध में हुए ऐतिहासिक वालोंग युद्ध की वीरगाथा को समर्पित इस आयोजन की शुरुआत युद्धभूमि से की गई।

इस मैराथन में करीब 700 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें भारतीय सेना के जवानों के साथ नागरिक पुरुष और महिलाएं भी शामिल थीं। दौड़ को तीन श्रेणियों—21 किलोमीटर हाफ मैराथन, 10 किलोमीटर रन और 5 किलोमीटर ट्रिब्यूट रन—में विभाजित किया गया था। प्रतिभागियों ने देश के वीर सैनिकों के सम्मान में जोश और देशभक्ति के साथ दौड़ लगाई।

मैराथन का उद्देश्य सिर्फ फिटनेस और सहनशक्ति की परीक्षा नहीं था, बल्कि यह देश की एकता, साहस और बलिदान की भावना को नमन करने का प्रतीक भी बना। कार्यक्रम में विजेताओं के लिए आकर्षक पुरस्कार रखे गए, जिनमें पदक और दो लाख रुपये तक की नकद राशि शामिल थी।

भारतीय सेना द्वारा आयोजित यह मैराथन सैनिकों के अदम्य साहस और त्याग को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ सेना और अरुणाचल प्रदेश की जनता के बीच गहरे संबंधों का प्रतीक बनी। वालोंग घाटी में गूंजती कदमों की आवाज़ ने एक बार फिर “स्पिरिट ऑफ वालोंग” — वीरता, समर्पण और गौरव की भावना — को जीवंत कर दिया।

चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर निकाल लिए 4.20 लाख

उजारनाथ। न्यायालय के आदेश पर एक महिला की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि एक व्यक्ति ने महिला के बैंक खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये निकाल लिए। न्यायिक मजिस्ट्रेट कसया के आदेश पर तुर्कपट्टी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

पटहेरवा थाना क्षेत्र के कोटवा टीकमपार गांव निवासी कलमा खातून पत्नी स्वर्गीय मजलक अंसारी ने न्यायालय में प्रकीर्णवाद दाखिल कर बताया कि उनके पति विदेश में काम करते थे, जहां उनकी मृत्यु हो गई थी। इसके बाद मुआवजे के रूप में 19.68 लाख रुपये जिलाधिकारी कुशीनगर के माध्यम से मिले थे, जिन्हें उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक जोकवा शाखा में जमा कराया था।

महिला ने बताया कि उन्होंने बैंक खाता अपने बहनोई के मित्र कमालुद्दीन पुत्र हफीजुल्लाह, निवासी भलूई (थाना तुर्कपट्टी) की मदद से खुलवाया था। उसी ने उनके नाम से चेक बुक जारी कराई और इंश्योरेंस कराने के बहाने 6 जुलाई 2019 और 13 नवंबर 2019 को दो खाली चेक ले लिए। आरोप है कि कमालुद्दीन ने फर्जी मेटलाइफ सर्टिफिकेट देकर धोखा दिया और महिला के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर दो बार में कुल 4.20 लाख रुपये निकाल लिए।

महिला को धोखाधड़ी की जानकारी तब हुई जब वह 3 जनवरी 2023 को अपने खाते से पैसे निकालने बैंक पहुंचीं। उन्होंने इसकी शिकायत बैंक प्रबंधन और तुर्कपट्टी पुलिस से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इस पर न्यायिक मजिस्ट्रेट कसया ने पत्रावली में मौजूद साक्ष्यों के आधार पर तुर्कपट्टी पुलिस को आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच का आदेश दिया। तुर्कपट्टी थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

पूर्व ब्लॉक प्रमुख ईश्वर चंद्र जायसवाल पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप, होटल में हुई घटना; पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की

गोरखपुर। कैंट थाना क्षेत्र के एक होटल में वाराणसी निवासी महिला से दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप में सरदारनगर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं जे.बी. महाजन महिला डिग्री कॉलेज के प्रबंधक ईश्वर चंद्र जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने पिस्टल दिखाकर कमरे में अश्लील हरकत करने की कोशिश की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पीड़िता के अनुसार, वह डीएलएड परीक्षा देने के लिए 27 से 29 अक्टूबर तक गोरखपुर आई थी और अपने देवर-देवरानी के साथ कैंट इलाके के एक होटल में ठहरी थी। आरोप है कि 28 अक्टूबर की शाम को जब परिजन टहलने बाहर गए, तभी आरोपी होटल पहुंचा और महिला के कमरे में घुस गया। महिला ने बताया कि आरोपी रिश्ते में उसकी नातिन लगता है।

शिकायत के मुताबिक, पूर्व प्रमुख ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और अश्लील बातें करने लगा। विरोध करने पर उसने पिस्टल दिखाकर डराया और दुष्कर्म का प्रयास किया। किसी तरह महिला ने परिजनों को संदेश भेजा, लेकिन आरोपी धमकी देकर मौके से फरार हो गया।

घटना से भयभीत पीड़िता और उसके परिजन रात में ही होटल छोड़कर किसी अन्य स्थान पर चले गए। अगले दिन वाराणसी लौटने के बाद उन्होंने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। महिला का कहना है कि आरोपी ने पहले पढ़ाई और नौकरी में मदद का झांसा देकर संपर्क बनाया था, बाद में उसने यह शर्मनाक हरकत की।

वहीं, पूर्व ब्लॉक प्रमुख ईश्वर चंद्र जायसवाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों को साजिश बताया। उन्होंने कहा, “मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। यह पारिवारिक विवाद के चलते रची गई साजिश है। पुलिस जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।”

इस संबंध में एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि, “मामले में पीड़िता की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

सीडीओ अनुराज जैन को भावपूर्ण विदाई, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर होंगे कार्यरत

महराजगंज। विकास भवन सभागार में गुरुवार को निवर्तमान मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अनुराज जैन के सम्मान में एक विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी सहित जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी और उनके कार्यकाल की सराहना की।

अनुराज जैन को अब अयोध्या विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। विदाई समारोह में उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि अयोध्या जैसे तेजी से विकसित होते जनपद में उनकी नियुक्ति शासन की प्राथमिकता को दर्शाती है।

कार्यक्रम के दौरान वर्तमान मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अनुराज जैन ने अपने कार्यकाल में जनपद में उल्लेखनीय विकास कार्य कराए हैं। उन्होंने उन्हें एक कुशल प्रशासक, प्रभावी लोकसेवक और सौम्य व्यक्तित्व के धनी अधिकारी बताया।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि अनुराज जैन का कार्यकाल बेहद सफल और प्रेरणादायक रहा। उन्होंने कहा, “किसी भी जिलाधिकारी के लिए यह सौभाग्य की बात होती है कि उसके साथ एक योग्य सीडीओ काम करे। अनुराज जैन ने अपने समर्पण और कार्यकुशलता से विकास भवन के विभागों को सशक्त बनाया और मुझे कभी चिंता करने का अवसर नहीं दिया।”

जिलाधिकारी ने आगे बताया कि अनुराज जैन ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में तीन वर्षों तक सीडीओ के रूप में उत्कृष्ट कार्य किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अयोध्या विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए उनकी कार्यकुशलता और अनुभव अयोध्या के विकास को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।

सिसवा सीएचसी पर आशा कार्यकत्रियों का चौथे दिन भी प्रदर्शन जारी, राज्य कर्मचारी का दर्जा और बकाया भुगतान की उठी मांग

महराजगंज। सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकत्रियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार गुरुवार को चौथे दिन भी जारी रहा। आशा कार्यकत्री एसोसिएशन के बैनर तले सैकड़ों आशा बहनें अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर डटी रहीं। प्रमुख मांगों में बकाया प्रोत्साहन राशि का तत्काल भुगतान और राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग शामिल है।

धरने का नेतृत्व एसोसिएशन की ब्लॉक अध्यक्ष रीना सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के बीच मामूली प्रोत्साहन राशि पर घर चलाना बेहद मुश्किल हो गया है। पैसों की तंगी के कारण बच्चों की पढ़ाई और इलाज दोनों पर असर पड़ रहा है।

कार्यकत्री पूजा देवी ने बताया कि जुलाई माह से उनकी प्रोत्साहन राशि बकाया है, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार अगर वास्तव में महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो सबसे पहले आशा कार्यकत्रियों को उनका अधिकार दे।

धरने में शामिल कार्यकत्रियों ने सरकार पर उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

इस दौरान पूजा देवी, संगीता, नर्वदा यादव, निर्मला देवी, मंजू देवी, संध्या चौहान, बिंद्रावती देवी, लक्ष्मीना देवी, नीलम विश्वकर्मा, किरण देवी, पूनम देवी, ममता, बबिता सिंह, सीमा देवी, हिरामती सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकत्रियां उपस्थित रहीं।

अर्शदीप को टीम से बाहर रखने की वजह क्या है?

टीम इंडिया में इन दिनों तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह का वक्त कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले तो उन्हें टेस्ट और वनडे टीम में जगह नहीं मिली, और अब टी20 फॉर्मेट में भी उनके मौके सीमित होते जा रहे हैं। यह और भी हैरानी की बात है कि टी20 में भारत के शीर्ष गेंदबाजों में शुमार अर्शदीप को लगातार नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। हालांकि, टीम मैनेजमेंट का कहना है कि इसके पीछे एक बड़ा रणनीतिक कारण है।

अर्शदीप को टीम से बाहर रखने की वजह क्या है?
भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने साफ किया कि टीम भविष्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न संयोजनों पर प्रयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि अर्शदीप जैसे अनुभवी गेंदबाज इस बात को भली-भांति समझते हैं कि टीम केवल व्यक्तिगत प्रदर्शन नहीं, बल्कि आने वाले बड़े टूर्नामेंट — विशेषकर टी20 वर्ल्ड कप — के लिए तैयारी कर रही है।

मोर्कल ने अर्शदीप की तारीफ करते हुए कहा, “अर्शदीप हमारे सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने पावरप्ले में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं और टीम के लिए बेहद मूल्यवान हैं। फिलहाल हम विभिन्न परिस्थितियों में अलग-अलग संयोजन आज़मा रहे हैं, ताकि टीम को संतुलित बनाया जा सके।”

उन्होंने आगे कहा, “अर्शदीप समझते हैं कि यह उनके लिए भी एक मौका है खुद को और बेहतर साबित करने का। वह विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं और टीम प्रबंधन को उनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा है।”

POCSO एक्ट के दुरुपयोग पर सुप्रीम कोर्ट की चिंता, कानून में संतुलन की मांग तेज

नई दिल्ली। बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा देने के उद्देश्य से बनाए गए POCSO एक्ट के दुरुपयोग पर सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर चिंता जताई है। शीर्ष अदालत ने कहा कि यह कानून नाबालिगों की रक्षा के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल निर्दोष लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बन रहा है।

अदालत ने जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान टिप्पणी की कि कई बार पति-पत्नी के विवादों, या किशोर-किशोरियों के आपसी सहमति वाले संबंधों में भी इस एक्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है। अदालत ने कहा कि ऐसे मामलों में “निजी दुश्मनी या झूठे आरोप” लगाकर POCSO का दुरुपयोग हो रहा है, जो न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है।

कानून का उद्देश्य और चुनौती

बता दें कि POCSO एक्ट नवंबर 2012 में लागू किया गया था, ताकि नाबालिगों को किसी भी प्रकार के यौन शोषण से कानूनी सुरक्षा दी जा सके। इस कानून के तहत नाबालिग की सहमति को भी अपराध से मुक्ति का आधार नहीं माना जाता। लेकिन, इसी प्रावधान के कारण कई बार ऐसे मामलों में कठिनाई उत्पन्न हो जाती है, जहां किशोरों के बीच आपसी सहमति से संबंध रहे हों।

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में प्रेम संबंध में रहे एक युवक को बड़ी राहत दी। युवक को पहले नाबालिग प्रेमिका के साथ संबंधों के आरोप में 10 साल की सजा मिली थी, लेकिन अदालत ने उसे बरी कर दिया। अदालत ने कहा कि हर मामले को उसके सामाजिक और व्यावहारिक संदर्भ में समझना जरूरी है।

न्यायपालिका का दृष्टिकोण

अप्रैल 2024 में दिल्ली हाई कोर्ट ने भी टिप्पणी की थी कि “एक गलत सजा, गलत बरी होने से कहीं ज्यादा हानिकारक होती है।” अदालत ने कहा कि झूठे बाल यौन शोषण के मामलों से किसी व्यक्ति की पूरी जिंदगी बर्बाद हो सकती है, क्योंकि ऐसे मामलों का दाग अक्सर जीवनभर नहीं मिटता।

कानून में सुधार और जागरूकता की जरूरत

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि POCSO एक्ट ने देश में बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक सकारात्मक बदलाव लाया है। वर्ष 2017 से 2022 के बीच इस कानून के तहत दर्ज मामलों में 94% की वृद्धि हुई है, और सजा की दर 90% से अधिक रही है।

फिर भी, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को सलाह दी है कि कानून की भावना को कायम रखते हुए इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए संतुलित सुधार किए जाएं। साथ ही, समाज में कानूनी जागरूकता बढ़ाने और नाबालिगों से जुड़े मामलों की संवेदनशील जांच सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि कानून का मकसद बच्चों की सुरक्षा है, न कि निर्दोषों को सजा देना। इसलिए न्यायपालिका और सरकार दोनों को मिलकर ऐसा संतुलन बनाना होगा जिससे न्याय भी मिले और अन्याय भी न हो।

लेखक- राजन पटेल, संपादक

महराजगंज में कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ा हादसा, श्रद्धालुओं से भरी पिकअप नहर में पलटी, कई घायल

महराजगंज। कार्तिक पूर्णिमा के दिन जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। ठूठीबारी थाना क्षेत्र के ग्रामसभा भगवानपुर के पास श्रद्धालुओं से भरी एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर नहर में पलट गई। इस हादसे में दर्जनों लोग घायल हो गए, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिकअप वाहन एक बाइक को बचाने के प्रयास में चालक का नियंत्रण खो बैठा और वाहन सीधे नहर में जा गिरा। पिकअप में करीब 30 लोग सवार थे। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और आसपास के ग्रामीण मदद के लिए दौड़ पड़े।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। सभी घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, निचलौल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है।

जानकारी के अनुसार, सभी लोग खुटहा बाजार क्षेत्र के रहने वाले हैं और मुंडन संस्कार के साथ कार्तिक पूर्णिमा पर नेपाल स्थित त्रिवेणी घाट स्नान के लिए जा रहे थे। रास्ते में भगवानपुर के पास यह दुर्घटना हो गई। घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

महराजगंज में 14 साल के किशोर को मोबाइल चोरी के शक में गांववालों ने पेड़ पर उल्टा लटकाया, वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस

महराजगंज। मानवता को झकझोर देने वाली घटना जिले के घुघली थाना क्षेत्र के घघरुआ खड़ेसर गांव से सामने आई है। यहां 14 साल के एक किशोर को मोबाइल चोरी के शक में गांववालों ने पकड़कर नीम के पेड़ से उल्टा लटका दिया। बच्चा जान की भीख मांगता रहा, लेकिन किसी ने उसे नहीं बचाया।

घटना 3 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, किशोर किसी काम से गांव में आया था। तभी कुछ लोगों ने उसे रोककर पूछताछ शुरू की। जब वह जवाब नहीं दे पाया तो ग्रामीणों ने उस पर मोबाइल चोरी का आरोप लगाते हुए रस्सी से उल्टा लटका दिया और घंटों तक पीटते रहे।

पीड़ित की मां ने बताया कि आरोपियों ने उसके बेटे को सुबह से लेकर शाम तक उल्टा लटकाए रखा और लगातार मारते-पीटते रहे। बच्चे ने बार-बार कहा कि उसने चोरी नहीं की, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। गांव के कई लोग वीडियो बनाते रहे और तमाशा देखते रहे।

परिवार को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंचे और किसी तरह बेटे को रस्सी से नीचे उतारा। परिजन जब शिकायत लेकर थाने पहुंचे, तो पुलिस ने पहले कोई कार्रवाई नहीं की और उन्हें लौटा दिया।

हालांकि, जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब घुघली थाना पुलिस सक्रिय हुई और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।

यह अमानवीय घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है बल्कि ग्रामीण समाज में भीड़ न्याय की बढ़ती प्रवृत्ति पर गहरी चिंता जताती है।

दिल्ली में बढ़ी सुबह-शाम की ठंडक, दिन में रही हल्की गर्मी का अहसास

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में अब मौसम धीरे-धीरे करवट ले रहा है। सुबह और शाम के वक्त ठंड का असर महसूस होने लगा है, जबकि दोपहर में सूरज की किरणें हल्की गर्माहट का एहसास कराती रहीं। मंगलवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया, जिससे सुबह के समय हल्की ठिठुरन का माहौल बना रहा।

पश्चिमी दिशा से आने वाली ठंडी हवाओं और नमी के कारण सुबह-शाम मौसम में सिहरन बनी रही, वहीं दिन चढ़ने के साथ लोगों को हल्की गर्मी और पसीने का भी अनुभव हुआ। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो औसत से 1.2 डिग्री अधिक है। दिनभर में अधिकतम आर्द्रता 94 प्रतिशत और न्यूनतम 42 प्रतिशत रही।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक तापमान सामान्य से थोड़ा नीचे बना रहेगा। मंगलवार को आया नगर सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा लोधी रोड पर 15.4, रिज पर 16.6 और पालम में 18.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान करीब 30 डिग्री और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। इस बीच पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। दक्षिण हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों में बना ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तर हरियाणा और उसके आस-पास के इलाकों में लगभग 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है। विभाग का कहना है कि 5 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ का हल्का असर दिखाई दे सकता है, जिससे मौसम में और ठंडक बढ़ने की संभावना है।