महराजगंज। परतावल क्षेत्र में गुरुवार को स्वास्थ्य मानकों की जांच के लिए नोडल अधिकारी डॉ. वीरेंद्र आर्य ने टीम के साथ व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया। इस सघन जांच में कई गंभीर लापरवाहियाँ उजागर हुईं, जिसके बाद तीन अस्पतालों को मौके पर ही सील कर दिया गया, जबकि एक अस्पताल के दस्तावेज जांच के लिए जब्त कर लिए गए।कार्यवाही की शुरुआत परतावल–गोरखपुर मार्ग स्थित माही हॉस्पिटल, गोधवल से हुई। निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि अस्पताल में प्रसव पीड़िता महिला और शिशु तो भर्ती थे, लेकिन कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। ऑन-कॉल बताए गए चिकित्सक डॉ. विनीता शर्मा तथा डॉ. अबरार अहमद दोनों अनुपस्थित मिले। अस्पताल में साफ–सफाई और प्रकाश व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं पाई गई। इस पर नोडल अधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रबंधन के सभी कागजात कब्जे में लेकर जांच हेतु साथ ले लिए।इसके बाद टीम श्यामदेउरवा क्षेत्र स्थित पब्लिक हॉस्पिटल पहुँची। यहां अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रिन्यू नहीं पाया गया, जिस पर टीम ने अस्पताल को तत्काल सील कर दिया। पास ही एक कथित झोलाछाप द्वारा संचालित क्लिनिक मिला, जिसे भी मौके पर बंद करवा दिया गया।अभियान के अंतिम चरण में टीम सहाररा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल, परतावल पहुँची। निरीक्षण में ऑपरेशन थिएटर में मानकों के विरुद्ध गंभीर कमियाँ पाई गईं। तत्काल प्रभाव से इस अस्पताल को भी सील कर दिया गया।निरीक्षण के दौरान जिला समन्वयक आदित्य पांडेय और वरिष्ठ सहायक सुनील उपाध्याय मौजूद रहे। नोडल अधिकारी डॉ. आर्य ने चेतावनी देते हुए कहा कि बिना वैध रजिस्ट्रेशन और निर्धारित मानकों का पालन किए बिना अस्पताल चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

