उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर में आयोजित एकता यात्रा के दौरान वंदे मातरम और देश की एकता पर जोर देते हुए कहा कि जो लोग राष्ट्रीय गीत का विरोध करते हैं, वे भारत की एकता का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह राष्ट्र के प्रति वफादारी दिखाए और समाज को बाँटने वाली हर सोच का विरोध करे।
यात्रा में सामूहिक वंदे मातरम गायन के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे उन तत्वों की पहचान करें जो समाज में विभाजन पैदा करते हैं — जाति, क्षेत्र या भाषा के नाम पर विभाजन नई चुनौतियाँ पैदा करते हैं। उनके अनुसार ऐसे विभाजन किसी नए विभाजनकारी नेतृत्व को जन्म दे सकते हैं, जिसे रोकना सभी का कर्तव्य है।
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि भारत में “कोई नया जिन्ना” फिर कभी नहीं उभरेगा और अगर कोई देश की अखंडता को चुनौती देने की कोशिश करता है तो ऐसी विचारधाराओं को जन्म लेने से पहले ही खत्म करना आवश्यक है। उन्होंने इस सन्दर्भ में राष्ट्रीय सद्भाव और सुरक्षा का महत्व दोहराया।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों व शैक्षणिक संस्थानों में वंदे मातरम का गायन अनिवार्य किया जाएगा ताकि छात्रों में मातृभूमि के प्रति सम्मान और देशभक्ति की भावना प्रबल हो सके। इस कदम को उन्होंने राष्ट्रीय एकता मजबूत करने का हिस्सा बताया।
व्याख्यान के दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ राजनीतिक दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति समाज में विभाजन को बढ़ावा देती है। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की एकता की याद दिलाते हुए लोगों से राष्ट्रीय प्रतीकों और नायकों का सम्मान करने का आग्रह किया।
योगी आदित्यनाथ ने जिन्ना और मोहम्मद अली जौहर के ऐतिहासिक संदर्भ का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जिन्ना की उस भूमिका को याद रखना जरूरी है जिसने विभाजन के बीज बोए; इसलिए आज के समय में हमें और सतर्क रहने की जरूरत है।

