परतावल/महराजगंज। परतावल क्षेत्र के ग्रामीण इन दिनों बिजली विभाग की लापरवाही और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से परेशान हैं। आये दिन घंटों बिजली गुल रहना, आंधी-पानी के बाद टूटे तारों का हफ्तों तक न सुधरना, और शिकायतों के बावजूद कार्रवाई न होना यह क्षेत्र के लोगों की नियति बन चुकी है।सबसे चिंताजनक बात यह है कि जब लोग विभाग से थक-हारकर विधायक या ग्राम प्रधानों तक अपनी बात पहुँचाते हैं, तब भी कोई सुनवाई नहीं होती। जनप्रतिनिधि जैसे ‘मौनी बाबा’ बनकर सब कुछ देख-सुन रहे हैं, लेकिन बोलने या हस्तक्षेप करने से परहेज कर रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि कई बार ऑनलाइन व कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई, पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। टूटे तारों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन विभाग आंख मूंदे बैठा है।क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद यादव ने बताया कि विद्युत आपूर्ति की यह स्थिति प्रशासन की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता का परिणाम है। विभागीय कर्मचारियों को जनता की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है, और जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं।स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे धरना-प्रदर्शन व आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।जनता का सीधा सवाल है कि बिजली विभाग और जनप्रतिनिधि कब जागेंगे?
परतावल क्षेत्र में बिजली व्यवस्था बदहाल, विभागीय लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से जनता त्रस्त

