धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में शनिवार सुबह प्रसिद्ध कथावाचक और अपनी सादगी व मधुर वाणी के लिए जानी जाने वाली जया किशोरी पहुंचीं। मंच पर धीरेंद्र शास्त्री ने उनका सम्मान किया। इसके बाद राष्ट्रगान हुआ और पदयात्रा अगले पड़ाव के लिए रवाना हो गई। इस दौरान पुंडरीक गोस्वामी और परमार्थ निकेतन आश्रम के प्रमुख चिदानंद सरस्वती भी यात्रा में शामिल हुए।
सुबह कोसीकलां मंडी से शुरू हुई पदयात्रा छाता की ओर अजीजपुर और दौताना होते हुए आगे बढ़ी। दोपहर तक यात्रा थाना जैंत क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी थी। पदयात्रियों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था बेकमेट कंपनी के सामने स्थित मैदान में की गई है। भोजन के बाद धीरेंद्र शास्त्री के भजन और प्रवचन कार्यक्रम होंगे। इसके बाद लगभग आठ किलोमीटर आगे गुप्ता रेजिडेंसी में रात्रि विश्राम निर्धारित है।
रात्रि विश्राम से पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गुप्ता रेजिडेंसी पर भी धीरेंद्र शास्त्री के भजन और प्रवचन होंगे। इस कार्यक्रम के लिए वाराणसी के कलाकारों द्वारा बाबा बागेश्वर धाम की रेत पर आकर्षक कलाकृतियाँ तैयार की गई हैं।
वाराणसी निवासी रूपेश सिंह ने बताया कि वे धीरेंद्र शास्त्री की सेंड आर्ट बना रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि महाराज उनकी इस कला से प्रसन्न होंगे और उनसे मिलेंगे। सेंड आर्ट बनाने वाली टीम में मोहन सिंह, अलंकुता, आशु कुमारी, रोहन सिंह सहित अन्य कलाकार शामिल हैं।

