महराजगंज/परतावल। मंगलवार को दोपहर में तरकुलवा तिवारी और पिपरा खादर गाँव के सिवान में लगी आग ने तेज़ हवा का सहारा पाकर विकराल रूप धारण कर लिया. दोनों गांवों के बीच लगभग हजारों एकड़ का सिवान है जिसमें फसलों की कटाई हो जाने से कोई नुकसान तो नहीं हुआ. लेकिन गेहूं के डंठल में लगी आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि अगल-बगल के गांव के लोग सहम गयें और अपने घरों से जानवरों को निकाल कर बाहर करने लगे।

वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के जवानों ने आग पर काबू पाने का लगातार प्रयास करते रहें. हवा की गति तेज़ होने के कारण आग पर काबू पाना आसान नहीं था. हवा का रुख बदलते ही आग अगल बगल के खेतों में पकड़ ले रही थी. जिसको बुझाने में फ़ायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को भी काफी पशीने बहाने पड़े. फायर ब्रिगेड की एक ही वाहन होने के कारण उसमे कई बार पानी भरना पड़ा. आग इतनी विकराल थी की अगर गाँव मे पकड़ लेती तो काफी नुकसान हो जाता। मंगलवार के दोपहर में गेहूं के डंठल में लगी आग से आसमान में दूर-दूर से ही धुएं के गुब्बारे नज़र आने लगे. गनीमत यह रही की यहाँ के खेतों से गेहूं की फसल कट गई थी. जिससे लाखों की फसल नुकसान होने से बच गई।
फिलहाल समाचार लिखे जाने तक आग को बुझाया नहीं जा सका है और न ही किसी फसल या व्यक्ति के दुर्घटना की खबरें मिलीं हैं।