गई भैंस पानी में…यह मुहावरा आमतौर पर तब उपयोग होता है, जब हम महसूस करते हैं कि हमारी कोई कोशिश अथवा प्रयास असफल हो गया है और अब उस पर कोई असर नहीं होगा। ऐसे ही कुछ उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले डेयरी संचालक के साथ हुआ, जब उसने ऑनलाइन शॉपिंग में भैंस का विज्ञापन देखा. भैंस के नाम पर उसके साथ बड़ा फ्रॉड हो गया।
बीते कुछ सालों से ऑनलाइन शॉपिंग में काफी तेजी आई है. ऑनलाइन खरीदी के कई ऐप, वेबसाइट और मोबाइल नंबर होते हैं। अब तक आपने कपड़े, जूते, कॉस्मेटिक चीजें, दवाइयां या फिर गैजेट्स ही ऑनलाइन मंगवाते हुए देखा और सुना होगा, लेकिन अब ऑनलाइन शॉपिंग का विस्तार हो गया है। लोग पशुओं की खरीदी भी ऑनलाइन ही करने लगे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के रायबरेली से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक भैंस की ऑनलाइन खरीदी की गई. हालांकि, ये खरीदी सफल नहीं हो पाई और भैंस के नाम पर बड़ा फ्रॉड हो गया।
दरअसल, ये नंबर जयपुर के किसी शुभम का था, जो खुद को पशु व्यापारी बता रहा था. सुनील ने भैंस के बारे में पूछा को शुभम ने कंफर्म किया कि ये भैंस रोजाना 18 लीटर दूध देती है और इसकी कीमत 55,000 रुपये है। इसको खरीदने के लिए आपको तत्काल 10,000 रुपये एडवांस देना होगा. 18 लीटर दूध देने वाली भैंस की आसान कीमत देख सुनील कुमार ने आगे-पीछे कुछ नहीं देखा और सीधा 10,000 रुपये का पेमेंट कर दिया। अगले दिन जब भैंस नहीं आई तो सुनील कुमार ने वापस फोन किया, जिस पर सामने से कहा गया आपको 25 हजार रुपये और देने होंगे। समझाया कि मैं पूरी पेमेंट कर दूंगा, पेमेंट न करने पर शुभम ने सुनील का नंबर ब्लॉक कर दिया. ऑनलाइन शॉपिंग में फ्रॉड होने के बाद डेयरी चलाने वाले सुनील कुमार ने इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में कराई है. साथ ही उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।