पनियरा (महराजगंज)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत शुक्ला के निर्देश पर गठित जांच टीम ने करीब एक सप्ताह पहले मृतका के घर पहुंचकर उसके पति रामू से बयान दर्ज किया और फिर अस्पताल में जांच-पड़ताल की। सूत्रों का दावा है कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। जब सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मीटिंग में व्यस्त होने की बात कहकर बाद में संपर्क करने को कहा। इससे मामले में पारदर्शिता को लेकर संदेह और गहरा गया है। जांच टीम के प्रभारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश द्विवेदी ने बताया कि अस्पताल की जांच पूरी कर ली गई है और रिपोर्ट सीएमओ को भेजी जाएगी। लेकिन एक सप्ताह बीतने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई प्रेस नोट जारी नहीं किया गया, जिससे पीड़ित परिवार और आमजन में नाराजगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह देरी दर्शाती है कि जांच रिपोर्ट में लीपापोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश हो रही है।
नगर पंचायत पनियरा स्थित न्यू ज्योति हॉस्पिटल में जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में जांच की प्रक्रिया सवालों के घेरे में
